सफलता की सच्ची प्रेरक कहानी | Success Movationnal Story In Hindi

Best motivational story in hindi for success


सफल होना है तो आपको ये जगह छोडनी ही पडेगी


सफलता Motivational Story In Hindi:
जी हाँ अगर आपको सफल होना है तो आपको ये जगह छोडनी ही होगी अन्यथा आप सफल कभी नही हो पाओगे। ये जगह कही भी हो सकती है जिसने आपको सफल नही होने दिया है। इस जगह के बारे सभी अच्छी तरह जानते भी है कि मेरी लाइफ मे एक जगह ऐसी भी हैं जो मुझे कुछ नही करने दे रही हैं या कहे कि उस जगह ने आपको निकम्मा भी बना दिया है। और ये जगह दूनिया की सबसे खतरनाक जगह हैं जहाँ आप सालो से रह रहे हैं लेकिन ये आपके दुश्मन के इलाके से भी ज्यादा खतरनाक जगह हैं। ये वो जगह हैं जिसने दुनिया के एक बडे हिस्से को अपाहिज बना दिया हैं या यूं कहे कि इस जगह पर रहते रहते आप भी अपाहिज हो चुके हैं। इस खतरनाक जगह ने आपके पैरो मे बैडिया डाल दी हैं। जो आपको उडने से रोके हुए हैं। जो आपको उडान भरने नही दे रही हैं। इस जगह को आपको तुरन्त छोड देना चाहिए। ये जगह आपको पता भी नही लगने दे रही कि आपकी जिन्दगी का कितना हिस्सा खत्म कर चुकी हैं। इस जगह को जानना चाहते है तो आपको जानकर हैरानी होगी कि ये जगह कही और नही ये वही जगह हैं जहां आप अपने आपको सुरक्षित समझ रहे हैं। जिसे आप अपना Comfort Zone कहते है। आपका अपना कंफर्ट जोन जहां आप अपने आपको सबसे सुरक्षित मानते है। दरअसल ये आपको बाधें हुए है जिसने आपको इतने दिनो से बाधें रखा हैं कि आपके पैरों मे जंग लग चुका है। इस जंग को छुडा कर ही आप कुछ कर सकते हैं नही तो आपको ये जंग एक दिन खोखला बना देगा।

संघर्ष ही सफलता की कुंजी है


ये जंग आपको लगभग 30 से 50 प्रतिशत नष्ट कर चुका है। इसलिए बहतर यही है कि आप अपने कंफर्ट जोन को छोड दे तभी आप कुछ करने लायक बन सकते है। अपने खतरनाक कंफर्ट जोन को समझने के लिए एक कहानीं हैं जिसे पढकर आप सोचेंगे कि वास्तव मे हमारे लिए अपने कंफर्ट जोन से खतरनाक जगह कोई हो ही नही सकती।

सफलता की सच्ची प्रेरक कहानी


दो पडोसी राज्य के राजा जो आपस मे बहुत घनिष्ठ मित्र थे। एक बार एक राजा के यहां पुत्र का जन्म हुआ। खुशी का दिन था और खुशी इतनी ज्यादा थी कि राजा ने अपने घनिष्ठ मित्र दूसरे राजा को अपने यहां आने का आमंत्रण दिया। दूसरा राजा अपने मित्र के दरबार मे गया वहां उनका भव्य स्वागत किया गया। राजा ने अपने पुत्र होने की खुशी मे मित्र राजा को एक उपहार दिया। ये उपहार बडा खास था। उपहार के रूप मे मित्र राजा को बाज के दो बच्चे दिये। बाज के बच्चों को देखकर राजा बहुत खुश हुआ। बच्चे छोटे थे लेकिन उनकी नस्ल बहुत बढिया थी। राजा को अपने मित्र द्वारा दिया उपहार बडा अच्छा लगा। राजा अपने राज्य मे आ गये। आकर अपने राज्य मे सबसे अच्छे ट्रेनर को बुलाया जो बाज को अच्छी कलाबाजियां और अच्छे कर्तव्य सीखा सके। ट्रेनर बाज के बच्चों को अपने साथ ले गया। ट्रेनर ने बाज के बच्चों के ऊपर दो महीने बहुत महनत की। दो महीने मे बच्चे बडे हो चुके थे। एक दिन राजा ने सोचा क्यू ना आज ट्रेनर के पास जाकर देखा जाये कि बाज के बच्चे कैसे है उन्हें क्या सिखाया है। राजा ट्रनर के पास गया। दो देखा कि एक बाज तो ऊपर आसमान मे अच्छी उडान भर रहा है। अच्छे कलाबाजियां दिखा रहा हैं लेकिन दूसरा बाज थोडा उडने के बाद एक पेड की साखा पर आकर बैठ जाता। बाज को फिर उडाया जाता। थोडी देर के लिए उडता और फिर से नीचे आ जाता। राजा को बडा अजीब लगा।

जीत के लिए संघर्ष जरूरी है


राजा ने कहा कैसे भी करो इस दूसरे बाज को भी उस बाज की तरह ही उडना सिखाया जाये जो बहुत ऊपर उडान भरते हुए कलाबाजियां दिखाता है। ट्रेनर को कुछ समझ मे नही आ रहा था। ट्रेनर का एक मित्र था जो किसान था। ट्रेनर ने अपने मित्र से अपनी समस्या बताई कि दो बाज हैं जिनमें एक तो काफी अच्छी उडान भरता है लेकिन दूसरा कुछ देर उडने के बाद पेड की साखा पर आकर बैठ जाता हैं। किसान ने देखा कि बाज हर बार पेड की एक ही साखा पर आकर बैठता है। तो किसान ने उस साखा को ही काट दिया जिसपर बाज हर बार आकर बैठ जाता था। साखा को काटने के बाद बाज को अपने बैठने की जगह नही मिली जिसपर बैठने का वो आदि हो चुका था। और अपने साथी बाज के साथ उडने लगा। देखा कि दोनो बाज एक जैसे आसमान मे उडान भर रहे है।
कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पडता हैं

ऐसी ही कोई साखा हमारे और आपके जीवन मे भी हो सकती हैं जिसे हम अपना कंफर्ट जोन तो कहते है लेकिन देखा जाये तो ये हमारे लिए नुकसानदायक साबित होता हैं। हम इसमे रहते हुए कुछ अलग करने के बारे सोच नही पाते हैं जिससे हमारा कंफर्ट जोन ही हमे सफल होने से रोकता हैं। आपके पास जितना भी आराम करने के लिए संसाधन होगे आप उतना ही कम कुछ अलग करने के बारे मे सोचेंगे।

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