Short Hindi Kahani क्रोध शांत करने का मंत्र
क्रोध शांत करने का मंत्र:
गुस्सा (क्रोध) इंसान को कुछ अच्छा सोचने नहीं देता, गुस्से में इंसान अच्छे बुरे को भूल जाता हैं जिसके कारण बहुत कुछ हाथ से चला जाता है। इस हिंदी कहानीं मे गुस्से पर काबू पाने के लिए एक अच्छा उपाय सुझाया गया है जो बहुत रोचक और मजेदार है।
गुस्से को ऐसे खत्म करे
एक बार की बात है कि एक औरत जो बहुत दुखी थी परेशान रहती थी। एक दिन उसके पडोस मे रहने वाली औरत ने उससे पूछ लिया। कि तुम इतनी उदास, परेशान क्यों रहती हो तो औरत ने बताया कि मेरे पति जो पहले मुझसे बहुत प्रेम करते थे। लेकिन कुछ दिन से वो मुझ पर बहुत ज्यादा गुस्सा करने लगे है। मुझसे ठीक से बात नही करते हैं। अब वो मुझसे बिल्कुल भी स्नेह नही करते। ऐसा लगता है जैसे कि उन्हें मेरी कोई जरूरत ही नही है। तो पडोसी होने के नाते औरत ने बताया कि पास के एक गांव में एक बहुत प्रसिद्ध साधु रहता हैं तुम उसे अपनी परेशानी बताओ वो तुम्हारी समस्या का हल जरूर बताएंगे।
औरत अगले ही दिन साधु के पास गयी साधु को अपनी समस्या बताई तो साधु ने समस्या सुनकर कहा कि तुम्हारी इस परेशानी को खत्म तो मैं कर दूगां लेकिन इसके लिए जिस चीज की जरूरत पडेगी। वो तुम्हे बहुत मुश्किल से मिलेगी। औरत ने कहा कि मै कुछ भी करके कैसे भी करके तुम्हें वो चीज लाकर दूगीं बस मेरे पति को तुम पहले जैसा बना दो। साधु ने कहा कि तुम्हे शेर का एक बाल लाना होगा जब ही मैं तुम्हारे पति को ठीक कर सकता हूँ। औरत ने कहा कि कार्य तो बहुत कठिन है लेकिन मैं अपने पति को पहले जैसा बनाने के लिए कुछ भी करूगी। औरत अगले ही दिन जंगल मे गयी वहां शेर को देखकर डर गयी और वापस घर आ गयी। औरत अगले दिन फिर से जंगल गयी तो शेर की दहाड़ सुनकर डर गयी और वापस आ गयी । औरत ने हार नही मानी और अगले दिन फिर शेर के करीब जाने लगी ऊधर शेर को भी एहसास होने लगा कि कोई इंसान हैं जो मेरे आसपास हैं।
शेर को भी उस औरत के वहा होने से कोई परेशानी नही होने लगी। करीब महीने भर के बाद आखिर शेर को औरत के वहां पर होने की आदत पड गयी और औरत शेर का एक बाल लेकर साधु के पास आ गयीं। बाल साधु को लाकर दिया। साधु ने बाल को लेकर तुरन्त अपनी धूनी की आग मे डाल दिया। यह देखकर औरत को गुस्सा आ गया। और बोली कि बाबा मैं इस बाल को बहुत महनत से लेकर आई हूँ और आपने इसे तुरन्त आग मे डाल दिया। ये आपने क्या किया। इतने मे साधु ने औरत को समझाया कि जिस तरह तुमनें एक खतरनाक जंगली जानवर शेर को भी अपना बना लिया, जो इंसान को अपने करीब भी नही देख सकता तुम उस जानवर का बाल लेकर आ गयीं। उसी तरह तुम अपने पति को भी अपने प्यार से अपना बना सकती हो। बस तुम्हें अपना धैर्य नही खोना है।
एक दिन तुम अपने पति के गुस्से को अपने प्यार से जरूर खत्म कर दोगी। औरत को बात समझ आ गयी और अपने पति से बडे ही शान्त स्वभाव मे बाते करने लगी और कुछ दिन मे सब ठीक हो गया।
हम कभी भी किसी के गुस्से को लडाई छगडे करके नही शान्त कर सकते बल्कि हम अपने शान्त व प्यार भरे स्वभाव से हर किसी के गुस्से को खतम कर सकते हैं।
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